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बिपरजॉय तूफान ने रोका मानसून का रास्ता? 5 दिन मचाएगा तबाही; कई राज्यों में अलर्ट

नई दिल्ली
अरब सागर में बना कम दबाव का क्षेत्र अब चक्रवाती तूफान का रूप ले चुका है। मौसम  विभाग ने इस बार मानसून की देरी की वजह इस बिपरजॉय तूफान को भी बताया है। आम तौर पर 1 जून को मानसून केरल पहुंच जाया करता था। इस बार 7 जून तक भी मानसून ने केरल में दस्तक नहीं दी। वहीं पहले मौसम विभाग ने अनुमान लगाया था कि 4 जून तक मानसून आ जाएगा। अब मौसम विभाग का कहना है कि 7 या फिर 8 जून को मानसून केरल पहुंच सकता है।

चक्रवात के चलते मौसम विभाग ने आठ राज्यों में बारिश और आंधी का अलर्ट जारी किया है। इस बार अरब सागर में बने इस तूफान का नाम बांग्लादेश ने दिया है। बुधवार सुबह तक की बात करें तो यह तूफान गोवा के तट से करीब 900 किलोमीटर दूर था। मौसम विभाग ने कहा है कि तूफान के चलते गोवा, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात, आंध्र प्रदेश, केरल, कर्नाटक और लक्षद्वीप में आंधी के साथ भारी बारिश हो सकती है।

मौसम विभाग का कहना है कि 8 जून को गोवा और महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में हवा की रफ्तार 125 किमी प्रति घंटा रह सकती है। इसके बाद 9 जन को कर्नाटक, गोवा और महाराष्ट्र में तूफान तेज होगा और हवा की गति 145 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। 10 जून को तटीय इलाकों में 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। इसके साथ ही भारी बारिश का भी अनुमान है। मौसम विभाग ने मछुआरों को 10 जून तक समंदर में ना जाने की चेतावनी दी है।

क्यों हो रही है मानसून में देरी
यह चक्रवाती तूफान मानसून में देरी की बड़ी वजह है। अरब सागर में जो बादल हवा के साथ केरल की ओर बढ़ रहे थे वे कम दबाव की ओर चले गए। ऐसे में केरल की ओर आने वाले बादल कम हो गए। यह तूफान उत्तर और उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ रहा है। हालांकि जानकारों का कहना है कि मानसून में देरी का यह अर्थ नहीं है कि इस बार कम बारिश होगी। कई बार ऐसा हुआ है कि समय पर मानसून पहुंचने के बाद भी सूखा पड़ा और जब मानसून लेट हुआ तो जमकर बारिश हुई।

 

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