भोपालमध्य प्रदेश

नई शिक्षा नीति के तहत स्टूडेंट्स को अंक के स्थान पर क्रेडिट और ग्रेडिंग दर्ज होगा

 भोपाल

मध्य प्रदेश भोज (मुक्त) विश्वविद्यालय पाठ्यक्रम की मूल्यांकन प्रक्रिया में एक अहम बदलाव करने जा रहा है। विश्वविद्यालय से कोर्स करने वाले छात्र-छात्राओं के रिजल्ट में अंक के स्थान पर क्रेडिट और ग्रेडिंग दर्ज होगा। यह बदलाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (एनईपी) के तहत किया जा रहा है, ताकि स्टूडेंट्स को अन्य विश्वविद्यालय के समान ही गे्रडिंग प्राप्त हो सकें और वे डिग्री का उपयोग कहीं भी कर सकें। विवि प्रशासन ने इस संबंध में नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है।

पढ़ाई छोडने वालों को भी जोड़ेंगे
भोज यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने बताया कि जॉब या व्यापार या किसी अन्य वजह से 12वीं के बाद पढ़ाई छोड़ चुके युवाओं को फिर एजुकेशन से जोड़ा जा रहा है। एनजीओ और सामाजिक सरोकार से जुड़ी संस्थाओं के माध्यम से ऐसे छात्रों से संपर्क किया जा रहा है।

150 से अधिक कोर्स हो रहे संचालित : 80 हजार से अधिक विद्यार्थियों को मिलेगा लाभ
विवि में इस समय 150 से अधिक कोर्स संचालित किए जा रहे हैं। इन कोर्स में छात्र-छात्राओं की संख्या 80 हजार से अधिक हैं। विवि के करिकुलम में बदलाव होता है, तो विवि से डिग्री लेने वाले इन विद्यार्थियों को लाभ होगा। यह विद्यार्थियों देश ही नहीं विदेशों में भी इस डिग्री का उपयोग की सकेंगे।  

डिग्री के साथ कर सकते हैं यह कोर्स
अधिकारियों ने बताया कि एनईपी के तहत अब छात्र-छात्राएं दो डिग्री एक साथ ले सकते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए 11 नए सर्टिफिकेट कोर्स भी शुरू किए हैं। इसमें सीएचआर मानवअधिकार प्रमाण-पत्र, सीआरडी ग्रामीण विकास प्रमाण पत्र, डीवीए व्यापार प्रबंधन, रामचरित मानस से सामाजिक विकास सहित अन्य कोर्स शामिल हैं। इसके अलावा बीएड, डीएड, बीजे पत्रकारिका कोर्स भी शामिल हैं।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत विश्वविद्यालय के करिकुलम में कुछ बदलाव किए जा रहे हैं। अगले सत्र में विवि के रिजल्ट में अंक के स्थान पर क्रेडिट और ग्रेडिंग दर्ज होगा। इसके अलावा 11 सर्टिफिकेट कोर्स भी शुरू किए जा रहे हैं।
अनिल शर्मा, रजिस्ट्रार, मप्र भोज मुक्त विश्वविद्यालय

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *