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होटल रेस्टोरेंट में स्टाफ के साथ ‘गुंडई’ मामले में 1 IAS और IPS अफसर सस्पेंड

अजमेर:
कार में शराब पार्टी करने और होटल कर्मचारियों के साथ मारपीट करने के मामले में आईपीएस सुशील कुमार विश्नोई और अजमेर विकास प्राधिकरण के आयुक्त आईएएस गिरधर को निलंबित कर दिया है। इनके साथ ही 6 अन्य सरकारी कर्मचारियों को भी निलंबित किया है। घटना अजमेर हाईवे स्थित होटल मकराना राज की है। यहां आईपीएस अफसर और उनके दोस्तों सहित कुछ पुलिसकर्मियों पर रेस्टोरेंट के कर्मचारियों को डंडों से पीटने का आरोप लगा है। मामले में होटल मालिक की ओर से शिकायत दी गई थी। बताया जा रहा है कि रेस्टोरेंट में उत्पात मचाने के दौरान पुलिसकर्मी और तीनों अफसर नशे में थे। मामला 11 जून की रात 2 बजे का था।

 

ये पुलिसकर्मी भी हुए सस्पेंड
इस केस का सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद सरकार ने तीनों अफसरों को सस्पेंड किया। आईएएस गिरधर अजमेर डेवलपमेंट अथॉरिटी के आयुक्त थे। उनके भी इस मामले में शामिल होने की चर्चा थी। आईएएस और आईपीएस के साथ गेगल थाने के एएसआई रुपाराम, कॉन्स्टेबल गौतम, मुकेश यादव, टोंक के कॉन्स्टेबल मुकेश जाट और टोक जिले में तहसील के कनिष्ठ सहायक हनुमान प्रसाद को भी सस्पेंड किया है।

जानिए क्या है मामला
होटल मालिक महेंद्र सिंह ने आरोप लगाया है कि सुशील बिश्नोई अपने साथियों के साथ प्राइवेट गाड़ी में होटल आए थे। होटल के बाहर बनियान में बैठे एक कर्मचारी से पूछा यहां कैसे बैठे हो। उसने कहा- होटल का स्टाफ हूं, सोने जा रहा हूं। इसके बाद आईपीएस ने उसे थप्पड़ मार दिया। इसके बाद लहोटल के स्टाफ उमेश कुमार, महेंद्र गुर्जर और अन्य स्टाफ के साथ मारपीट, गाली गलौज करने लग गए और फिर वापस चले गए।

होटल मालिक की ओर से बताया गया है कि घटना की सूचना स्टाफ की ओर से मुझे इस संबंध में जानकारी दी गई। इसके बाद मेरी ओर से गेगल थाने को सूचना दी गई। आईपीएस अफसर सुशील बिश्नोई को राज्य सरकार ने गत दिनों प्रदेश में नवगठित गंगापुर जिले का ओएसडी लगाया है। इससे पहले वे एडिशनल एसपी सिटी अजमेर के पद पर तैनात थे। रविवार को शहर के एक रेस्टोरेंट में उन्हें विदाई पार्टी दी गई।

 

आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ के जरिए सीएम तक पहुंचा मामला
पार्टी खत्म होने के बाद 11 जून को रात 2 बजे कुछ दोस्तों के साथ वह होटल में खाना खाने पहुंचे थे। होटल मालिक महेंद्र सिंह सहित राजपूत समाज ने आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ को ज्ञापन सौंपा था। धर्मेंद्र राठौड़ ने सीएम अशोक गहलोत और अजमेर रेंज आईजी को घटना की जानकारी दी, जिसके बाद कार्मिक विभाग ने एक्शन लेकर तीनों अफसरों को निलंबित कर दिया। इधर पुलिस महकमे की ओर से इस मामले में एक्शन लिया गया है। डीजीपी उमेश मिश्रा के निर्देश पर एडीजी विजिलेंस बीजू जॉर्ज जोसफ को मामले की जांच सौंपी गई है। माना जा रहा है कि और भी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।

 

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