AAP का कांग्रेस को ऑफर ‘हम मध्य प्रदेश और राजस्थान में चुनाव नहीं लड़ेंगे अगर…’:
नईदिल्ली
दिल्ली और पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस को एक बड़ा 'ऑफर' दिया है। 'आप' की ओर से कहा गया है कि अगर कांग्रेस दिल्ली और पंजाब में चुनाव नहीं लड़ती है, तो आम आदमी पार्टी भी मध्य प्रदेश और राजस्थान में आगामी चुनाव नहीं लड़ेगी।
'आप' के राष्ट्रीय प्रवक्ता और दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने गुरुवार को कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर वह दिल्ली और पंजाब में चुनाव नहीं लड़ती है, तो 'आप' भी मध्य प्रदेश और राजस्थान में चुनाव लड़ेगी। 'आप' का यह ऑफर ऐसे समय में आया है जब 'आप' दिल्ली में प्रशासनिक सेवाओं के नियंत्रण के लिए केंद्र द्वारा लाए गए अध्यादेश के खिलाफ कांग्रेस से समर्थन पाने की उम्मीद कर रही है।
दिल्ली में नहीं मिली एक भी सीट
राजधानी में गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए 'आप' नेता ने कहा, "कांग्रेस पार्टी को दिल्ली में 2015 और 2020 के विधानसभा चुनावों में एक भी सीटें नहीं मिली थीं। अगर कांग्रेस कहती है कि वे दिल्ली-पंजाब में चुनाव नहीं लड़ेंगे, तो हम भी कहेंगे कि हम मध्य प्रदेश-राजस्थान में चुनाव नहीं लड़ेंगे।"
सौरभ भारद्वाज ने सबसे पुरानी पार्टी को 'कॉपी-कैट-कांग्रेस' बताते हुए उस पर कटाक्ष भी किया और कहा कि इसमें कई कमियां हैं, इसलिए वह आम आदमी पार्टी के घोषणापत्र की चोरी कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "कांग्रेस देश की सबसे पुरानी पार्टी है, लेकिन, आज यह सी-सी-सी, कॉपी-कट-कांग्रेस हो गई है। ये अरविंद केजरीवाल का सब कुछ लूट रहे हैं। इन्हें खुद का कुछ पता नहीं है। अब यह सामने आ रहा है कि कांग्रेस में न केवल नेतृत्व की कमी है बल्कि विचारों की भी कमी है। कांग्रेस के पास लोगों की आकांक्षाओं को जानने के लिए ऐसा तंत्र नहीं है।
कांग्रेस पर घोषणापत्र चुराने का आरोप लगाया
भारद्वाज ने कहा, "इसका सबसे बड़ा उदाहरण यह है कि आज देश की सबसे पुरानी पार्टी देश की सबसे नई पार्टी 'आप' का घोषणापत्र चुरा रही है। अरविंद केजरीवाल ने हमारे घोषणापत्र को गारंटी बताया। इस गारंटी शब्द को भी कांग्रेस ने चुरा लिया।"
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी ने पहले 'आप' की मुफ्त बिजली और महिलाओं को मासिक भत्ते का मजाक उड़ाया था, लेकिन अब वह खुद दूसरे राज्यों में योजनाओं का वादा कर रही है। भारद्वाज ने कहा, "जब हमने दिल्ली में मुफ्त बिजली देने की बात की तो कांग्रेस ने हमारा मजाक उड़ाया, लेकिन उसने हिमाचल प्रदेश में अरविंद केजरीवाल की गारंटी की नकल की और 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने का वादा किया। उसने पंजाब में महिलाओं को मुफ्त बिजली देने का भी मजाक उड़ाया, लेकिन बाद में खुद हिमाचल और कर्नाटक में इसकी घोषणा की।"
कांग्रेस को फैसलों में देरी पर भी घेरा
उन्होंने अध्यादेश के मुद्दे पर 'आप' का समर्थन करने या नहीं करने का फैसला नहीं कर पाने के लिए भी कांग्रेस पर कटाक्ष किया। 'आप' नेता ने कहा, "कांग्रेस पार्टी में फैसलों में अक्सर देरी होती है। वे समय पर गोवा में सरकार नहीं बना सके और भाजपा ने पार्टी को तोड़कर विधायक छीन लिया।"
23 मई से, दिल्ली के मुख्यमंत्री और 'आप' के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने अध्यादेश के खिलाफ विपक्षी दलों से समर्थन लेने के लिए देशव्यापी दौरे किए थे। 'आप' ने अध्यादेश के खिलाफ 11 मई को दिल्ली के रामलीला मैदान में एक मेगा रैली भी की थी।
'आप' के राष्ट्रीय संयोजक अब तक पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) सुप्रीमो शरद पवार, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके डिप्टी तेजस्वी यादवसे मुलाकात कर चुके हैं।