बिपरजॉय तूफान से मानसून की रफ्तार हुई धीमी, बढ़ाई छत्तीसगढ़ वासियों की चिंता
रायपुर
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय कल शाम गुजरात के तट से टकराने के बाद बेहद खतरनाक हो गया है। ये तूफान तेज़ी के साथ सौराष्ट्र-कच्छ के इलाकों की तरफ बढ़ रहा है। वहीं इस तूफ़ान का असर देश के कई अन्य राज्यों में भी देखने के लिए मिल रहा है। राजस्थान और मध्य प्रदेश में भी बिपरजॉय को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। वहीं अब छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए भी एक हैरान करने वाली खबर सामने आ रही है।
मौसम विभाग के अनुसार, छत्तीसगढ़ में इस बार मानसून आने में देरी होगी। चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के कारण मानसून की रफ़्तार धीमी हो गई है। इसी कारण से अब प्रदेश में मानसून के पहुंचने का समय आगे बढ़ गया है। इसके चलते प्रदेश में तापमान में बढ़ोतरी होगी।
मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में लू चलने की संभावना जताई है। साथ ही मौसम विभाग ने बताया कि प्रदेश में 18 से 21 जून के बीच मानसून के रफ़्तार में तेजी आएगी। मौसम विभाग ने प्रदेश के कुछ स्थानों में बारिश होने की संभावना जताई है।
तबाही मचा रहा बिपरजॉय
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, अरब सागर में 10 दिनों तक छाये रहने के बाद चक्रवात ‘बिपरजॉय’ ने गुजरात के कच्छ जिले में जखौ बंदरगाह के नजदीक दस्तक देने के बाद आगे बढ़ रहा है। इसने कहा कि यह प्रक्रिया मध्यरात्रि तक पूरी होगी। चक्रवात के कारण कच्छ और सौराष्ट्र तटों के आसपास तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई, जिसके चलते एजेंसियों को सतर्क रखा गया है।
कुछ क्षेत्रों में 25 सेमी से अधिक वर्षा दर्ज की जा सकती है: आईएमडी
चक्रवात बिपरजॉय का लैंडफॉल शुरू हो गया है। गुजरात के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने पहले कच्छ, देवभूमि द्वारका, जामनगर, पोरबंदर, राजकोट, मोरबी और जूनागढ़ जिलों में बहुत भारी (11.5 सेमी से 20.4 सेमी) से अत्यधिक भारी बारिश (20.5 सेमी से अधिक) की चेतावनी दी थी। विभाग ने कहा कि हमें आश्चर्य नहीं होगा अगर कुछ क्षेत्रों में 25 सेमी से अधिक वर्षा दर्ज की जाती है। आमतौर पर, वर्ष के इस समय में इतनी तीव्र वर्षा नहीं होती है। इसलिए, निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा होता है।