महाराष्ट्र, गोवा और कर्नाटक 11 और 12 जुलाई को भारी बारिश का अनुमान
नई दिल्ली
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गोवा में रेड अलर्ट जारी किया, जिसके अनुसार अगले कुछ दिनों तक राज्य में भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहने की संभावना है। मौसम एजेंसी ने महाराष्ट्र, गोवा और कर्नाटक के तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण कम दृश्यता की भविष्यवाणी की और 11 और 12 जुलाई के लिए राज्यों के कुछ हिस्सों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया। इसके अलावा, इस सप्ताह 10 अन्य राज्यों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। गोवा में लगातार तीसरे दिन बारिश हुई, जिससे निचले इलाकों में पानी भरने दीवार गिरने की घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गई।
आईएमडी ने इस सप्ताह मध्यम से भारी बारिश की उम्मीद के बीच मेघालय, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, महाराष्ट्र और कर्नाटक के कुछ हिस्सों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया। आईएमडी ने कहा, 10 जुलाई को टिहरी, पौड़ी, बागेश्वर, अल्मोड़ा, नैनीताल और चंपावत जिलों में भी भारी बारिश का अनुमान है।
महाराष्ट्र के रायगढ़ में भी भारी बारिश और कुछ इलाकों में जलभराव के कारण शैक्षणिक संस्थान बंद कर दिए गए। आईएमडी ने 12 जुलाई तक पालघर, ठाणे, धुले, नंदुरबार, जलगांव, नासिक, अहमदनगर, कोल्हापुर, सांगली, शोलापुर, औरंगाबाद, जालना, परभणी, बीड, हिंगोली, नांदेड़, लातूर, उस्मानाबाद, अकोला, अमरावती, भंडारा, बुलढाणा, चंद्रपुर, गढ़चिरौली, गोंदिया, नागपुर, वर्धा, वाशिम और यवतमाल में भारी से मध्यम वर्षा की भविष्यवाणी की है।
वहीं असम में बाढ़ की स्थिति में मामूली सुधार हुआ है, हालांकि अभी भी 27 जिलों में बाढ़ से प्रभावित लोगों की संख्या करीब 18.80 लाख है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को राज्य में छह और लोगों की मौत होने से वर्ष बाढ़, भूस्खलन और तूफान से मरने वालों की संख्या बढ़कर 85 हो गई है। ब्रह्मपुत्र सहित कई प्रमुख नदियां विभिन्न स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं तथा कुछ स्थानों पर बारिश होने का अनुमान है।
भारी बारिश ने मुंबई को सोमवार को ठप कर दिया और इस बीच मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने महाराष्ट्र के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।
मुंबई के असहाय निवासियों को सुबह एक और निराशाजनक सुबह का सामना करना पड़ा, एक बार फिर लगातार बारिश हुई, जो सोमवार की पीड़ा को दर्शाती है। लगातार बारिश ने शहर और उसके उपनगरों पर कहर बरपाया, उपनगरीय ट्रेन सेवाएं पटरी से उतर गईं और उड़ान संचालन अस्त-व्यस्त हो गया। महानगर में रोजमर्रा की जिंदगी अस्त-व्यस्त हो गई, जहां एक बुजुर्ग महिला की शॉर्ट-सर्किट से जलने से मौत हो गई। लोगों को जलजमाव वाली सड़कों से गुजरना पड़ा और यातायात की अव्यवस्था से निपटना पड़ा, व्यवधान और निराशा का एक और दिन सहना पड़ा।