देवराज की अंतिम यात्रा में उमड़ पड़ा उदयपुर, कड़ी सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार, मुस्लिम छात्र ने मार दिया था चाकू
उदयपुर
राजस्थान के उदयपुर के सरकारी स्कूल में हुई चाकूबाजी में हिंदू छात्र की सोमवार (19 अगस्त 2024) को मौत हो गई। उसका अंतिम संस्कार उसके पिता और चचेरे भाई ने किया। इस दौरान शव य़ात्रा में जमा हुई भीड़ नारेबाजी करती नजर आई। स्थिति संभालने के लिए इलाके में भारी पुलिस बल तैनात था।
16 अगस्त 2024 को हुई घटना के बाद छात्र एमबी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन 19 अगस्त को करीबन 3 बजे उसकी तबीयत बिगड़ गई और बाद में इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। छात्र की मौत के बाद 24 घंटे तक पूरे उदयपुर शहर, बेदला, बड़गाँव, बलीचा, देबारी, एकलिंगपुरा, कानपुर, ढीकली और बुवाणा में इंटरनेट सेवा निलंबित कर दी गई हैं। बताया जा रहा है कि नेटबंदी इन क्षेत्रों में आज भी रहेगी।
मृतक के परिजनों को आश्वासन दिया गया है कि मामले में एससी-एसटी एक्ट के तहत कार्रवाई होगी। इसके अलावा मृतक के परिजनों को 51 लाख रुपए का मुआवाजा और नौकरी देने की बात हुई है। सामने आए विजुअल्स में इलाके में भारी पुलिस बल को तैनात देखा जा सकता है।
क्या हुआ 19 अगस्त को
बताया जा रहा है कि छात्र की मौत से कुछ देर पहले ही उसकी बहन ने उसके हाथ पर राखी बाँधी थी मगर उसके बाद यानी 3 बजे के आसपास छात्र की तबीयत बिगड़ने लगी। 5:30 बजे बच्चे की मौत की खबर आई। 6:00 बजे तक अस्पताल के इमरजेंसी गेट के बार विभिन्न संगठनों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। 7:00 बजे के आसपास परिजनों की माँग पर सहमति बनी और फिर अंतिम संस्कार हुआ।
ड्रोन से रखी गई अंतिम संस्कारी की निगरानी
छात्र की अंतिम यात्रा में उदयपुर रेंज आईजी अजयपाल लांबा समेत कई बड़े अधिकारी मौजूद थे। प्रशासन ड्रोन से अंतिम संस्कार के दौरान निगरानी रख रहा था। इस घटना के बाद स्कूल-कॉलेजों में सुरक्षा लिहाज से छुट्टी रखी गई है। वहीं समाज के सभी नेताओं ने शांति की अपील भी की है। इस पूरे मामले में आरोपित को पकड़ने के बाद बाल सुधार गृह भेजा गया है। वहीं उसके घर पर बुलडोजर कार्रवाई हुई है।
दावा- मुस्लिम छात्र ने किया था चाकू से हमला
गौरतलब है कि उदयपुर शहर के भटियाणी चौहट्टा में शुक्रवार (16 अगस्त 2024) को सुबह एक सरकारी स्कूल के बाहर एक छात्र ने देवराज नाम के छात्र को चाकू मारकर घायल कर दिया था। बाद में जानकारी आई कि हमला करने वाला छात्र मुस्लिम समुदाय का था। हमले की जानकारी मिलते ही स्कूल के शिक्षक घायल हिंदू छात्र को लेकर महाराणा भूपाल सिंह हॉस्पिटल पहुँचे। वहीं हिंदू संगठन भी इस खबर की जानकारी होते ही सड़कों पर आ गए। इस दौरान जमकर नारेबाजी हुई। देखते ही देखते लोगों में आक्रोश बढ़ता गया और हिंदू कार्यकर्ता बाजार पहुँच गए। इसके बाद लोगों ने घटना के विरोध में बाजार बंद करा दिया और बाद में आरोपित को पकड़कर कार्रवाई हुई।